दिल्ली के चुनाव में भाजपा की योजना

दिल्ली में हिंदुत्व कार्ड के सहारे भाजपा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व कार्ड का सफल परीक्षण करने के बाद अब भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनावों में शाहीन बाग में हो रहे सी.ए. ए. विरोधी प्रदर्शनों के सहारे चुनाव  जीतना चाहती है, सबकी निगाहें प्रधानमंत्री मोदी पर कि जब वह दिल्ली में सभा करेंगे तो क्या कहेंगे . गुजरात और उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व कार्ड का सफल परीक्षण करने के बाद अब भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनावों में शाहीन बाग में हो रहे नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों के सहारेचुनाव जीतना चाहती है। 1990 के दशक में राम मंदिर आंदोलन शुरू हुआ तथा भाजपा को कुछ लाभ मिला लेकिन इसके बाद राजनीति फिर 'सर्वसम्मति' पर लौट आई। इस तरह के मुद्दों पर यह शहर लगभग शांत रहा और पार्टि यहाँ लंबे समय से सत्ता से वंचित रही। दिल्ली एक कॉस्मोपॉलिटन शहर है जिसकी लगभग दो करोड़ जनसंख्या में अधिकतर लोग पूरे देशभर से तथा कुछ लोग पड़ोसी राज्यों से भी है।
 राष्ट्रीय राजधानी में लगभग 20 वर्ष से सत्ता से बाहर चल रही भाजपा यह सोचकर चल रही है कि हिंदुत्व कार्ड अथवा मुस्लिम विरोधी प्रचार से उसके सितारे चमक सकते हैं। विभिन्न सर्वेक्षणों में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को स्पष्ट बहुमत दिखाया जा रहा है जिसके चलते भाजपा नेतृत्व में अब स्थानीय चुनावों में हिंदुत्व का परीक्षण करने का फैसला किया है। पार्टी के दिग्गजों ने केजरीवाल द्वारा दी जा रही मुफ्त बिजली-पानी की सुविधाओं पर व्यापक विचार विमर्श करने के बाद यह फैसला लिया कि इन सुविधाओं की काट और ज्यादा सुविधाएं देकर नहीं की जा सकती। तब यह फैसला लिया गया कि शाहीन बाग़ को एक टेस्ट केस बनाया जाए तथा इसके साथ ही पार्टि यह उम्मीद कर रही है कि इससे ध्रुवीकरण होगा जो वोटिंग पैटर्न को तय करेगा।
 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के सभी नेता तथा स्थानीय सांसद और उम्मीदवार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को सीमा पार के दुश्मनों से जोड़ रहे हैं। यहां तक कि एक केंद्रीय मंत्री ने इन प्रदर्शनकारियों को गद्दार बताया और भीड़ को उन्हें उचित जवाब देने के लिए उकसाया। जिसके चलते चुनाव आयोग भाजपा के कई नेताओं पर आचार संहिता उल्लंघन के मामले में कार्रवाई कर चुका है।अमित शाह ने तो यहां तक कहा कि केजरीवाल, राहुल गांधी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान एक ही भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उधर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि विपक्ष नागरिकता संशोधन कानून के मसले पर लोगों को गुमराह कर रहा है। अब सब लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हुई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में होने वाली जनसभा में क्या कहते है।