छत्तीसगढ़ में आईएएस अफसरों एवं कई रसूख धारी लोगों पर इनकम टैक्स के पड़े छापे में 150 करोड़ के लेनदेन का खुलासा हुआ है, छापों में मिले कागजातों में बेहिसाब बिक्री, बैंक खाते, नगदी ,करोड़ों रुपए के लेन-देन से जुड़े लोगों के नाम ,बेनामी वाहन,हवाला लेनदेन की जानकारी मिली है|आयकर आयुक्त और प्रवक्ता सुरभि अहलूवालिया के अनुसार दस्तावेजों की जांच जारी है। यह कार्यवाही, खुफिया सूचना के आधार पर खनन व्यवसाय से बेहिसाब नगदी के लेनदेन पर की गई है ।नोटबंदी के दौरान बड़ी मात्रा में नगद जमा ,अघोषित निवेश , शेल कंपनी, जैसी सूचनाएं मिली थी। जप्त किए गए दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक डाटा से पता चलता है कि अफसरों और अन्य लोगों को हर महीने अच्छा खासा भुगतान किया जा रहा था ।
सोमवार को आयकर विभाग की टीम आईएएस सौम्या चौरसिया के साथ उनके घर पहुंची और जानकारों की मदद से टीम ने उनके कंप्यूटर से डाटा हासिल किया। उनके घर को पहले ही सील कर दिया गया था।
भूपेश बघेल ने आयकर विभाग की इस कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बताया है इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है ।उन्होंने पत्र में बताया है कि यह कार्यवाही दुर्भाग्यपूर्ण और असंवैधानिक है व कानूनी नजरिए से भी सही नहीं है। इसे संघीय ढांचे पर चोट लगी है।